" एक दिया ऐसा भी हो, जो भीतर तलक प्रकाश करे ,
एक दिया जीवन में फिर आकर क़ुछ श्वास भरे !
एक दिया सादा हो इतना , जैसे सादा-सरल साधु का जीवन ,
एक दिया इतना सुन्दर हो , जैसे देवों का उपवन !
एक दिया भेद मिटाये , क्या तेरा -क्या मेरा है ,
एक दिया जो याद दिलाये , हर रात के बाद सवेरा है !
एक दिया उनकी खातिर हो, जिनके घर में दिया नहीं ,
एक दिया उन बेचारों का जिनको घर ही दिया नहीं !
एक दिया सीमा के रक्षक , अपने भारत के वीर जवानों का ,
एक दिया मानवता - रक्षक , चंद बचे (मुट्ठी भर) इंसानों का !
एक दिया विश्बास दे उनको , जिनकी हिम्मत टूट गयी ,
एक दिया उस राह में भी हो , जो कल पीछे छूट गयी !
एक दिया जो अंधकार का , जड़ के साथ विनाश करे ,
एक दिया ऐसा भी हो , जो भीतर तलक प्रकाश करे ,"- - - -
हिंदी की श्रेष्ठ कविताओं का संग्रह - वीर रस श्रृंगार रस , शिक्षक पर्व दिवस , collection of best hindi poems
शनिवार, 29 अक्तूबर 2016
एक दिया ऐसा
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