वो हुआ बेकार किस्सा दोस्तों ।
खो गया है आज साया दोस्तो।
हो गया पूरा जमाना मतलबी
आज दिखती सब को माया दोस्तो।
राह कितनी दूर क्यों ना हो भला
हौंसलों से जीत लाता दोस्तो।
हार ना मानी कभी ये ज़िन्दगी
जीतने का जोश आया दोस्तो।
पूछ लूं मैं रास्ता तुमसे कभी
राह दीपा को दिखाना दोस्तो।
ं ं ं दीपा परिहार ं ं ं
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